Sunday, June 21, 2020

MUSSOORIE TRAVELL - सुरकंडा देवी एवं धनौल्टी - 4

MUSSOORIE TRAVELL - सुरकंडा देवी एवं धनौल्टी - 4

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एक रात मसूरी में होटल विष्णु पैलेस में और बिताने के बाद हमारा अगला डेस्टिनेशन था माँ सुरकंडा देवी का धाम. हम लोग सुबह ही होटल से नहा धोकर, नाश्ता करके अपनी टमटम में बैठकर माता सुरकंडा देवी के धाम की और चल पड़े. उत्तराखंड गढ़वाल में चन्द्रबदनी देवी, कुंजापुरी देवी, और सुरकंडा देवी, ये तीन शक्तिपीठ तीन अलग चोटियों पर स्थित हैं. 

मसूरी से आगे निकलते ही घने बुरांश के और देवदार के जंगल शुरू हो जाते हैं.  यह क्षेत्र बुरांशखंडा के नाम से भी मशहूर हैं. बुरांश के पेड़ यंहा पर बहुतायत पाए जाते हैं. बुरांश का फूल उत्तराखंड का राजकीय फूल हैं. इससे  जैम, जैली, शरबत, व विभिन्न आयुर्वेदिक दवाए बनायी जाती हैं. इन दिनों उत्तराखंड  की पहाडिया इन फूलो से भरी रहती हैं.

धनौल्टी होते हुए हमारी गाडिया कद्दु खाल पहुँच जाती हैं. कद्दु -खाल  सुरकंडा देवी जाने के लिए बेस हैं. यंही से ही पैदल या घोड़े पर २ किलोमीटर की कड़ी चढाई होती हैं. गाडिया पार्क करके हम लोग चढाई शुरू कर देते हैं. मौसम बहुत ही सुहावना था, ना तो गर्मी थी ना ही ठंडा.
माता के मंदिर का इतिहास 
माँ सुरकंडा देवी का धाम जनपद टिहरी में स्थित हैं. यह स्थान धनौल्टी से आठ  किलोमीटर हैं. चम्बा से बाईस किलोमीटर पड़ता हैं. इस धाम की समुद्र तल से ऊंचाई 2757 मीटर है. माता का धाम इस स्थान की सबसे ऊंची चोटी पर स्थित हैं. यह स्थान चारों ओर से देवदार के जंगलो से घिरा हुआ हैं. माता के मंदिर से चारो तरफ सुन्दर और हसींन  वादियों का बड़ा सुन्दर दृश्य दिखाई देता हैं. यदि मौसम साफ़ हो तो हरिद्वार, देहरादून, मसूरी, और बर्फ से ढंकी हिमालया की चोटिया साफ़ दिखाई देती हैं. यंहा के बारे मैं ये कहा जाता हैं की जब माता सती, दक्ष प्रजापति के यज्ञ में अपने प्राणों की आहुति दे देती हैं. और भगवान शिव उनकी पार्थिव देह को उठा कर ब्रहमांड में घूमते हैं, तो भगवान विष्णु अपने सुदर्शन के द्वारा माता सती के ५१ अंश कर देते हैं,  ये अंश हमारे आर्यावर्त में जंहा जंहा पर गिरे वंही पर शक्ति पीठ की स्थापना भगवान शिव ने की थी. यंहा पर माता का शीश गिरा था. हर शक्ति पीठ में माँ शक्ति के साथ साथ, भगवान शिव के अवतार भैरव भी स्थापित हैं. इन शक्ति पीठो के बारे में कहा जाता हैं की माता अपने भक्तो की सभी इच्छाओं को पूरा करती हैं. बोलो जय माता की.

ये पर्वतो की वादिया
दूर से ऊपर दिखता माता का मंदिर 

पवित्र मंदिर का रास्ता


मंदिर से दिखती गढ़वाल की घाटिया
एक सुन्दर सा घर 


शिवानी मंदिर के रास्ते में
थक गए बेचारे 
हाय थोड़ी सी चढ़ाई में ये हाल..
मौसम कितना प्यारा है.


सुन्दर घाटिया  


क्या बात कर रहे हो भाई 

अमन और इशांक
माता का पुराना मंदिर

surkanda devi temple
सुरकंडा देवी का नया मंदिर (फोटो साभार: अमरउजाला)


माता के दर्शन के बाद हम लोग नीचे कद्दुखाल में आ गए. कद्दू खाल में एक अच्छा रेस्टोरेंट बना हुआ हैं, उसमे खाना स्वादिस्ट बनता हैं. हम लोगो ने वंही पर खाने का आनंद लिया. खाना खाकर हम लोग धनौल्टी की और निकल पड़े.

धनौल्टी
धनौल्टी एक छोटा सा खूबसूरत, देवदार के जंगलो से घिरा हुआ हिल स्टेशन हैं. शांत, सुरम्य, मन को मोहने वाला, यंहा से दिखाई देने वाली हिमालय की बर्फीली चोटिया, बहुत ही सुन्दर दिखती हैं. यह स्थान भीड़ भाड से दूर, मन को सकून देने वाला स्थान हैं. मसूरी की भीड़ भाड़ से घबराकर जब पर्यटक यंहा पहुँचते हैं. तो उनका दिल खुश हो जाता हैं. यह स्थान मसूरी से काफी सस्ता भी हैं. यंहा के मुख्य आकर्षण यंहा पर स्थित दो इको पार्क हैं. यह पार्क पिकनिक के लिए एक आइडियल स्थान हैं. इस पार्क में घुसने से पहले टिकट लेना पड़ता हैं. एक ओर एक रेस्टोरेंट भी बना हुआ हैं, जिसमे खाने पीने का आनंद लिया जा सकता हैं. इस पार्क में बच्चो के लिए झूले, ओर राईडिंग बनी हुई हैं. जिस पर बच्चे अपना मनोरंजन कर सकते हैं. 

धनौल्टी में मस्ती 
ईको पार्क 








वाह क्या तेवर हैं. 




अरे भाई गाड़ी क्यों ढारे हो.




माल रोड पर मस्ती 
धनौल्टी और सुरकंडा देवी से वापस हम लोग मसूरी आ जाते हैं. और उसी दिन वापस अपने घर मुज़फ्फरनगर लौट जाते हैं.  

MUSSOORIE TRAVELL - कंपनी बाग़ एवं कैम्पटी फॉल की सैर - 3


MUSSOORIE TRAVELL - कंपनी बाग़ एवं कैम्पटी फॉल की सैर - 3

इस यात्रा का वृत्तान्त आरम्भ से जानने के लिए पढ़िए. "MUSOORIE TRAVELL - मस्त मस्त मसूरी की सैर - १"

मसूरी की कुछ स्थलों की सैर करने के बाद हम लोग कंपनी बाग़ की सैर करने के लिए पहुंचे. कंपनी बाग़ मसूरी से तीन किलोमीटर दूर हैं. यह मसूरी के मुख्य पर्यटन स्थलों में से एक हैं. इस कंपनी बाग़ का संरक्षण नगर निगम के द्वारा किया जाता हैं. कंपनी बाग़ के चारो और खुबसूरत द्रश्यावली एवं पहाडिया हैं. इसमें एक मनोरंजन पार्क, फुलवारिया, झरने, अलग अलग प्रकार के पेड़, व एक सुन्दर छोटी सी झील हैं.  जिसमे पर्यटक अपने परिवार के साथ नौकायन कर सकते हैं.   इसमें पैडल बोट के द्वारा बोटिंग कर सकते हैं. पार्क के अन्दर सुन्दर फव्वारे चलते रहते हैं. जिससे पार्क का वातावरण  बहुत सुन्दर हो जाता हैं. पार्क के अन्दर एक मोम संग्राहालय (WAX MUSEUM) भी हैं. पार्क में एक दूरबीन भी लगी हुई हैं जिसके द्वारा दूर पहाडियों के दर्शन कर सकते  हैं. यंहा पर एक छोटा सा बाज़ार भी हैं. जिसमे पर्यटक खरीदारी कर सकते हैं. कुछ छोटे रेस्टोरेंट भी बने हुए हैं. जिसमे पेटपूजा कर सकते हैं. पर यंहा सब कुछ बहुत महँगा हैं. ये ध्यान रखिये.

कम्पनी बाग़ से एक चित्र 

फव्वारे के आगे इशांक 

पार्क में हम सभी घुमक्कड़ 

विपुल और इशांक 

झील के किनारे बोटिंग की तैय्यारी में 

अरे ये मुझे क्या हो गया 

बिट्टू ड्राईवर और इशांक मस्ती में 

सुन्दर दृश्यावली 

कंपनी गार्डन, मसूरी 

पार्क में बहता झरना 

मूड खराब हैं 

परिवार के साथ खानपान 

देवदार के पेड़ 

झुला झूल रहा हैं 

पार्क में सुन्दर कलाकारी 



मैं भी कुछ सोच रहा हूँ 

कंपनी बाग़ में कुछ समय बिताने के बाद हम लोगो  ने  कैम्पटी फाल की और प्रस्थान किया. कैम्पटी फाल मसूरी के  सबसे सुन्दर स्थानों में हैं. यंहा पर ऊपर से गिरते झरने का मज़ा और स्नान का आनंद लिया जा सकता हैं. ऊपर में रोड पर गाडी पार्क होती हैं. और नीचे आने के लिए रोपवे या सीढियों का प्रयोग कर सकते हैं. 

"केम्प्टी जलप्रपात (अंग्रेजी: Kempty Falls), एक शानदार और मनमोहक जलप्रपात है जो भारत के राज्य उत्तराखण्ड के शहर मसूरी से 15 किमी की दूरी पर चकराता सड़क पर स्थित है और इस क्षेत्र का सबसे बड़ा आकर्षण है। यह जलप्रपात समुद्र तल से 1364 मीटर की ऊंचाई 78°-02’ पूर्व देशांतर और 30° -29’ उत्तर अक्षांश पर स्थित है। यहां 4500 से नीचे गिरता जल पांच झरनों में विभाजित होता है और एक विहंगम दृश्य प्रस्तुत करता है। 1835 के बाद इस जगह को एक पर्यटन क्षेत्र के रूप में एक ब्रिटिश अधिकारी जॉन मेकिनन द्वारा विकसित किया गया था। संभवत: "केम्पटी" नाम दो अंग्रेजी शब्दों केम्प (शिविर) और टी (चाय) से मिल कर बना है, क्योंकि ब्रिटिश अक्सर यहां पर चाय पार्टियां आयोजित किया करते थे। जलप्रपात के तल में एक जलकुण्ड है जिसका पानी बहुत ठंडा है और लोग यहां पर नहाते हैं।"  (साभार: विकिपीडिआ)

ऊपर सड़क से कैम्पटी फाल 





तुम क्यों  उदास हो 

झरने में नहाने वालो की भीड़ 





झरने में स्नान 
ये देखो कैमरा देख कर कैसे मुह बना रहा हैं. 












कैम्पटी फाल में भी खाने पीने की बहुत सी जगह हैं. यंहा पर नहाने की सुविधा के साथ साथ कपडे बदलने की व लोकर की सुविधा भी उपलब्ध हैं. यंहा पर हम लोगो ने करीब २ घंटे नहाने व खाने पीन का आनंद लिया और वापिस से मसूरी की और चल दिए.

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