Sunday, May 23, 2021

MATA VAISHNODEVI & PATNITOP - 6

MATA VAISHNODEVI & PATNITOP - 6

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पटनीटॉप से एक छोटा रास्ता नत्थाटॉप तक जाता है। यह रास्ता सर्दियों में बर्फ से ढक जाता है। यह स्कीइंग और पैराग्लाइडिंग के लिए अच्छी जगह है। 2,711 मीटर की ऊंचाई पर स्थित नत्थाटॉप से, हिमालय की किश्तवाड़ पर्वत श्रेणी दिखाई देती है। इस श्रेणी में ब्रह्मा श्रेणिआ   है, जिसमें फ्लैट टॉप, अर्जुन और ब्रम्हा I और II की प्रसिद्ध चोटियां शामिल हैं। इन चोटियों के बारे में दिलचस्प बात यह है कि इस नामकरण के विपरीत, ब्रम्हा II सबसे ऊंची चोटी है। हालांकि, ब्रम्हा I निश्चित रूप से सबसे नाटकीय है, जो अपने निचले आधार से पश्चिमी छोर की तरफ नाटकीय रूप से उठी हुई है। इस स्थान के कुछ व्यंजनों का भी आनंद लिया जा सकता है। नत्थाटॉप, पीर पंजाल पर्वत श्रंखला का ऐसा स्थल है; जहां प्रकृति प्रेमियों को ज़रूर जाना चाहिए। साभार: इनक्रेडिबल इंडिया

हम लोग पटनीटॉप से नत्था टॉप की और चल पड़े. यंहा से करीब १३ किलोमीटर दुरी हैं. जैसे ही नत्थाटॉप के लिए यात्रा आरम्भ हुई. सड़क पर कोहरे की चादर छा गयी. पटनीटॉप से नत्था टॉप तक की यात्रा बहुत ही मनोरम और दिल को सकुन  देने वाली थी. साफसुथरी सड़क, नीचे आये हुए बादल, बहुत ही खूबसूरत. नत्था टॉप पहुँचने के बाद देखा की चारो और कोहरा छाया हुआ था. मौसम बहुत ही शानदार हो गया था. कुछ लोग अपनी गाड़ियों में संगीत बजाकर दारु का आनंद ले रहे थे. जबकि उनके साथ उनके घर की स्त्रियाँ और बच्चे भी थे. शोर शराबा कर रहे थे. बहुत ही शर्मनाक,  ये हो चुकी हैं हमारी संस्कृति. खैर हमने उन लोगो को देखकर अनदेखा कर दिया था. हम लोग चाय पीने के लिए एक कैफे में आ गए. चाय पी और मैगी खाई. रेट बहुत ज्यादा थे. २५ रूपये की चाय और ७० रूपये की मैगी. चाय पीकर इधर उधर घूमने लगे और फोटो लिए. हमारा आगे सनासर झील पर भी जाने का कार्यक्रम था पर मौसम खराब हो चूका था, हलकी हलकी फुआर पड़ने लगी थी तो सनासर जाने का प्रोग्राम कैंसिल कर दिया।

नत्था टॉप पहुँच गए 

नत्थाटॉप में लगा सनासर झील का बोर्ड 

क्या मौसम हैं 



चला जाता दूर कंही 

















कैफे और नीचे सड़क 



सनासर झील को जाने वाली सड़क 



दारुबाज मस्ती करते हुए 

पटनीटॉप को जाने वाली सड़क 

नत्थाटॉप में कुछ समय बिताने के बाद हम लोग जम्मू के लिए चल पड़े.  करीब १० - ११ किलोमीटर के बाद कुद  नामक एक छोटा सा कस्बा आता हैं. छोटा हैं पर सुन्दर हैं. यंहा पर मुख्य मार्ग पर बहुत सारे ढाबे हैं इनमे अरोरा स्वीट्स बहुत मशहूर हैं. यंहा का पतीसा मिठाई बहुत मशहूर हैं. यंहा पर हमने खाना खाया और यंहा की प्रसिद्द मिठाई  २ किलो पतीसा खरीदा। शुद्ध देशी घी का बना होता हैं. और कई दिन तक खराब नहीं होता हैं. ५०० रुपए पर किलो का रेट होता हैं. बहुत ही स्वादिष्ट हैं, पर्यटक इसे खरीदकर लेकर जाते हैं. एक मिठाई ड्राई फ्रूट का चूरमा होता हैं वह भी बहुत स्वादिष्ट होता हैं. 

  कुद में एक पार्क भी है। इसे कुद पार्क कहा जाता है। यह पार्क अपने सुंदर फूलों के लिए प्रसिद्ध है। दोस्तों और परिवार के साथ पिकनिक के लिए यह एक बेहतर जगह है। यह एक प्रदूषण-मुक्त स्थल है। यहां आप प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर स्वच्छ पहाड़ी हवा में सांस ले सकते हैं। पर्यटक यहां, पार्क की कच्ची सड़कों पर चहलक़दमी कर सकते हैं और राज्य की प्रसिद्ध स्वादिष्ट पतिसा  मिष्ठान को भी खरीद सकते हैं। कुद पार्क के आस-पास कई होटल और घर हैं। पर्यटक यहां अपने बजट के अनुसार इन विकल्पों में से कोई भी विकल्प चुन सकते हैं।

रास्ते के सुन्दर दृश्य 

असली अरोरा स्वीट्स कुद - ARORA SWEETS KUD - JAMMU

SPECIAL PATISA SWEET - ARORA SWEETS KUD JAMMU 

कुद  का बाज़ार 

एक और अरोरा स्वीट्स 


अरोरा स्वीट्स के नाम से यंहा पर कई भोजनालय हैं. सभी में अच्छा खाना व पतीसा मिठाई मिलती हैं. 

भोजन करके और मिठाई खरीद कर हम लोग जम्मू की और चल पड़े. बारिश शुरू हो चुकी थी शाम ढलने लगी थी और हमें जम्मू भी पहुंचना था. करीब ७ बजे हम लोग जम्मू पहुँच गए... 

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